वर्तमान समय में यातायात के कई साधन है जिस के कारण आप बड़ी से बड़ी यात्रा को पल भर में कर सकते हैं। इन यातायात के साधनों में बस, ट्रेन और हवाई जहाज शामिल है। तकनीकी के कारण कई ऐसे संसाधन बन गए हैं जिनके कारण इंसान काफी कम समय में कई किलोमीटर दूरी तय कर सकता है। अक्सर लोग लंबी दूरी को कम समय में तय करने के लिए हवाई जहाज में सफर करते हैं। बता दें कि हवाई जहाज में यात्रा करने से पहले कई प्रकार की प्रक्रिया पूरा करना पड़ता है। जिससे कि यात्रीगण आसानी के साथ अपनी यात्रा कर पाए।
वही आपको जानकर यह हैरानी होगी कि हवाई जहाज में यात्रा करने से पहले हवाई जहाज के इंजन में जिंदा मुर्गे को फेंका जाता है। दरअसल इसके पीछे वजह यह है कि किसी भी हवाई जहाज को आसमान में उड़ने से पहले अनुमति तभी दी जाती है जब उसका परीक्षण पूर्णता सुनिश्चित कर लिया जाता हो।
इस दौरान यह देखा जाता है कि हवाई जहाज का इंजन सही प्रकार कार्य कर रहा है या नहीं यह चेक करने के लिए हवाई जहाज के इंजन में मुर्गे को चिकन गन इंजन में फेंका जाता है।
पक्षी से होता है हवाई जहाज का परीक्षण
आकाश में उड़ने वाले विमानों से पक्षियों को टकराना एक स्वाभाविक सी बात है परंतु पक्षी के टकराने से विमान में सवारी कर रहे यात्रियों की जान को बचाने के लिए विमान बनाने वाली परीक्षण करने के लिए सिमुलेटर का प्रयोग करती है। जो की उड़ान भरने से पहले इंजन की पूरी तरह से जांच कर लेती है इस दौरान यह जांचा जाता है कि यदि कोई पक्षी इंजन से टकराता है तो उस इंजन पर क्या असर देखने को मिल रहा है।
हवाई जहाज के इंजन में डाले जाते हैं मुर्गे
जब हवाई जहाज किसी जगह से उड़ान भरता है तब सबसे पहले उसके इंजन और विंडशील्ड का परीक्षण किया जाता है तथा इसके लिए मुख्य रूप से चिकन गन का उपयोग किया जाता है जो कि इंजन में जीवित मुर्गियों या मृत मुर्गियों को इंजन की ओर तेजी से फेकने का काम करती है यह परीक्षण हाई स्पीड स्ट्राइक अलार्म सिस्टम कितनी अच्छी तरीके से कार्य करता है उसका परीक्षण मापा जाता है। वहीं इस दौरान विंडशील्ड का भी परीक्षण किया जाता है।