पिछले कुछ समय से पाकिस्तान काफी कर्ज में डूब गया है। पाकिस्तान में ऐसी स्थिति आ गई है कि वह अब पाई पाई के लिए मोहताज है। वहां पर आटे तक के लिए जनता में लड़ाई हो रही है। इस समय पाकिस्तान की जनता बढ़े हुए पेट्रोल दाम और बिजली के संकट जैसे कई आघात झेल रही है। वही पाकिस्तान में रेल का किराया भी काफी ज्यादा महंगा हो गया है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि पाकिस्तान में 350 किलोमीटर सफर के लिए यात्रियों से कितना पैसा लिया जा रहा है।
पाकिस्तान रेलवे में कितना है किराया
दरअसल पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार अपने पाकिस्तान को आर्थिक तंगी से बाहर निकालने के लिए हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ा रही है। इस दौरान रेलवे किराया में भी उन्होंने काफी ज्यादा बढ़ोतरी कर दी है। बता दे कि पाकिस्तान के लाहौर शहर में बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना होता है। वही लाहौर से करीब 350 किलोमीटर दूर रावलपिंडी शहर स्थित है। आइए अब हम आपको इन दोनों शहरों के बीच चलने वाली ट्रेन के किराए के बारे में बताते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार लाहौर से रावलपिंडी के लिए इस्लामाबाद ट्रेन में इकोनामी क्लास का टिकट ₹390 में मिलता है। वहीं इसके अलावा ऐसी लोअर का किराया 720 रुपए तथा बिजनेस एसी का किराया 840 रुपए निर्धारित किया गया है। वही ट्रेन के आधार पर इन किरायों में बढ़ोतरी भी हो सकती है। बता दें कि इतने रुपए मैं आप भारतीय रेलवे में दिल्ली से लगभग 600 किलोमीटर दूर यानी जम्मू कश्मीर तक सफर कर सकते हैं।
बाकी देशों की तुलना में भारतीय रेलवे में है कम किराया
फाइनेंसियल एक्सपर्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका का किराया भारत की तुलना में काफी ज्यादा अधिक है। कंप्यूटर क्लास में भारत में औसत यात्री का किराया लगभग 22.8 पैसा प्रति किलो मीटर है। जबकि पाकिस्तान में कंप्यूटर क्लास में यात्रियों का किराया लगभग 48 पैसा प्रति किलोमीटर है। जो कि भारत से 110% अधिक है।
वहीं गैर ऐसी आरक्षित श्रेणी की बात की जाए तो भारत में औसत यात्री का किराया लगभग 39.5 पैसा प्रति किलोमीटर है तो वहीं पाकिस्तान में यह 48 पैसा प्रति किलोमीटर है यानी यहां भी भारत से यह 22% अधिक है। आंकड़ों से स्पष्ट है कि भारतीय रेलवे में यात्रियों का किराया श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से काफी ज्यादा कम है।